Monday, December 19, 2011

तिब्बत चीन को सौंप दिया गया?

नेहरू खान  वंश भाग-8
अयोध्‍या प्रसाद त्रिपाठी
प्रस्‍तुति: डॉ0 संतोष राय



पंचशील के बहाने सैनिक साजोसामान और संपर्क मार्ग नहीं बनाये गये और सैनिकों को युद्ध के मुंह में झोंककर कत्ल कराया गया और कैलाश मानसरोवर सहित 42000 वर्गमील भूमि भी चीन के हाथों गवां दी गई?
35 लाख आर्यों को तथाकथित अहिंसावादी गांधी  ने पाकिस्तान में कत्ल कराने और 2 करोड़ से अधिक आर्यों को पाकिस्तान से उजड़वाने के बाद पाकिस्तान को 55 करोड़ रूपये इनाम दिलाया?
गांयें कटवाई जा रही हैं. ब्राह्मण और वैदिक संस्कृति को नष्ट किया जा रहा है. राक्षस भी यही करते थे. तुलसी अपने रामचरित मानस में लिखते हैं,
‘‘जेहि विधि  होइ धर्म निर्मूला। सो सब करहिं वेद प्रतिकूला।।
जेहि 2 देश धेनु द्विज पावहिं नगर गांव पुर आगि लगावहिं।।
छंद- जप जोग बिरागा तप मख भागा श्रवन सुनइ दससीसा।
आपुनु उठि दावइ रहै न पावइ दरि सब घालइ खीसा।।
अस भ्रष्ट अचारा भा संसारा धर्म सुनिअ नहिं काना।
तेहि बहुबिद्दि त्रासइ देस निकासइ जो कह बेद पुराना।।’’ तुलसीकृत रामचरित मानस बालकांड 182ख.
भारत मां के हत्यारे मुसलमानों को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया गया है? जिन्होंने देश की मजहब के आधार  पर हत्या की, उन्‍हें  पंथनिरपेक्ष कहा जाता है?
हजारों मंदिर टूटने पर सरकार कोई कार्यवाही नहीं करती और विवादित बाबरी ढांचा टूटने पर 49 आर्यों पर मुकदमें चल रहे हैं? मैने अपनी पुस्तक अजानमें मात्र काश्मीर में 6 दिसम्बर से 15 दिसम्बर, 1992 के बीच तोड़े गए 38 मंदिरों की प्राथमिकियों की सूची संलग्नक - 10 में प्रकाशित की है। कौन सा व्यक्ति बंदी बना? कौन सा आयोग गठित किया गया?
राम मंदिर के नाम पर वोट मांगने पर चुनाव अवैध हो जाता है और जब हत्यारे, फसादी, लुटेरे और वैश्याबाज अल्लाह का उपासक अब्दुल्लाह बुखारी जामा मस्जिद दिल्ली से मुसलमानों को माइकेल कांशीराम को वोट देने के लिये फतवे जारी करता है तब चुनाव अवैध नहीं होता!
आर्य जिसके पूर्वज कृष्ण ने 16108 विवाह किये थे अगर दूसरा विवाह करे तो जेल जाये और मुसलमान 4 निकाह करे? गैर मुसलमान के तलाक लेने के लिये न्यायालयों में जूते घिस जायं और मुसलमान 3 सेंकड में तीन बार तलाक बोल कर तलाक ले ले? क्या इसी तरह जनसंख्या घटाई जायेगी? विचार कीजिये यह गैर मुसलमान जाति को समाप्त करने का षड़यंत्र है या जनसंख्या घटाने का! परिवार नियोजन का दूसरा लाभ यह है कि इसको लागू करने से मनुष्य में दासता का विकास होता है. क्यों कि सांड़ को खूंटे से नहीं बांधा  जा सकता. परंतु नसबंदी होते ही वही बैल बन जाता है. बैल जो अनाज पैदा करता है उसे किसान स्वयं खा जाते हैं और बैल को भूसा खिलाते हैं.
अकाल तख्त ध्वस्त हुआ. दस हजार से अधिक  सिक्ख सेना ने मार डाले और हजरतबल में छिपे आतंकवादियों को सम्मान दिया गया और हजरतबल को छुआ भी नहीं गया?
मोहनदास करमचंद गांधी  को कौन सा वोट लेना था कि उसने मुसलमानों को भारत में रख लिया? यह आर्यों और उनकी संस्कृति को समूल नष्ट करने के लिये सारे विश्व का सोचा समझा षड़यंत्र है. गैर मुसलमान जितने खतरे में आज हैं - आज से पहले कभी नहीं थे . अब तक आपत्ति आने पर अपनी मातृभूमि, सम्पत्ति और परिजनों को छोड़, विश्व के लोग शरण लेने भाग भाग कर भारत आते रहे हैं. उसी आर्यों की शरणस्थली में सरकार मुसलमानों से मिल कर उनके घरों में आरडीएक्स और हथियार जमा करा रही है. यहां से भाग कर मानव जाति के लोग कहां जायेंगे? आर्यों को यह विचार करना होगा.
आर्यों को दास बनाने में ईसाइयत और इस्लाम दोनों को महारत हासिल है। एक ईसामसीह की धार्मिक दासता स्वीकार कराता है तो दूसरा मुहम्मद की। कोई नहीं पूछने वाला कि जब व्यक्ति बिना दलाल के ईश्वर तक पहुंच सकता है तो वह इन पैगम्बरों की गुलामी क्यों स्वीकार करे। यह धर्मान्तरण की स्वतंत्रता है या दासता की बेड़ियां, जिसे मानवता के सेवा के बहाने ईसाई डाल रहे हैं! परिवार नियोजन वास्तव में सांड़ को जिस प्रकार दास बनाया जाता है उसी प्रकार आर्यों को दास बनाने के लिए संघ सरकार ने अपनाया है। यदि जनसंख्या से इस परिवार नियोजन को कुछ भी लेना देना होता तो मुसलमानों को चार निकाह का न तो अधिकार  मिलता और न मुसलमानों का आयात और चकमा शरणार्थियों का निर्यात किया जाता।
आर्यों के समूल नाश के तरीके बड़े सुगम हैं। जब मुसलमान गैर मुसलमानों को कत्ल करते हैं, तब गैर मुसलमानों को शिक्षा दी जाती है कि वे सांप्रदायिक सौहार्द बनाएं। और वह सांप्रदायिक सौहार्द मस्जिद से, जहां मुसलमान कलिमा पढ़ते हैं कि मात्र अल्लाह पूज्य है’, बनता है। धर्मनिरपेक्ष किताब कुरआन है जो गैर मुसलमानों को कत्ल करने के लिए कहती है, जब गैर मुसलमान विरोध और प्रदर्शन करते हैं तो गैर मुसलमानों को गोलियों से भून दिया जाता है। इससे शत्रु गैर मुसलमानों की संख्या घटती और मुसलमानों की संख्या बढ़ती है। जब आत्मरक्षार्थ आरक्षी या सेना के जवान मुसलमानों के विरुद्ध कार्यवाही करते हैं तो उनके विरुद्ध मानवाधिकार उल्लंघन की कार्यवाही होती है। ऐसे हजारों सैनिकों के विरुद्ध कोर्ट मार्शल हो चुके हैं। इससे गैर मुसलमानों के कवच को तोड़ने में सहायता मिलती है। कश्मीर से लाखों गैर मुसलमान उजाड़ दिए गए और वे अपने देश में ही शरणार्थी हैं, परंतु न तो इन अभागे गैर मुसलमानों के मानवाधिकार का उल्लंघन हुआ और न किसी मुसलमान के विरुद्ध कोई कार्यवाही हुई। उल्टे कश्मीर को आर्थिक पैकेज पर पैकेज दिए गए! वह भी भारतीय संविधान के अनुच्छेद 27 का उल्लंघन करते हुए। मैने कश्मीर में बिना गैर मुसलमानों को बसाए चुनाव व आर्थिक पैकेज का विरोध  किया और मेरे विरुद्ध भादंसं की धारा 153ए के अधीन भाजपा अभियोग चला रही है।
लूट के हित में संघ परिवार के नीतियों में कोई परिवर्तन नहीं आया है। गैर मुसलमानों के समूल नाश के लिए, मुसलमान, जिन्होंने कहा था कि वे अलग राष्ट् हैं और भारत में नहीं रह सकते, भारत में अल्पसंख्यक बना कर रखे गए। मोहनदास करमचंद गांधी  अंग्रेजों का दलाल और गुप्तचर था। अंग्रेजों का षड़यंत्र है गैर मुसलमानों का समूल नाश। यह 1947 में पूरा नहीं हो सका। इस कार्य को मुसलमान पूरा कर देंगे। इसी लिए इन गैर मुसलमानों व देश के हत्यारों, लुटेरों व बलात्कारियों को अंग्रेजों की कांग्रेस ने अल्पसंख्यक बना कर रखा। अंग्रेजों के दोनो हाथों में लड्डू है। एक ओर संघ परिवार है और दूसरी ओर अंग्रेजों की एजेंट पूतना यानी सोनिया। आर्यों को तो मिटना ही है।
आर्यों को ज्ञात होना चाहिये कि मुसलमानों को अपने मजहब के पालन का संवैधानिक अधिकार दिया गया है और गैर मुसलमान को कत्ल करना, लूटना और महिलाओं को खेती मानना ही उनका मजहबी दायित्व है. मुसलमानों को आर्यों को बराबरी देने, भाई मानने और भारत को गैर इस्लामी राज्य बने रहने देने का कुरआन में आदेश नहीं है. अतः मुसलमानों को आर्यों को समूल नष्ट करने के लिये रखा गया है.
क्रमश:
मानव रक्षा संघ प्रकाशन
अनुवादकः अयोध्या प्रसाद त्रिपाठी
मूल लेखक: अरविंद घोष