Friday, December 30, 2011

नेहरू खान वंश भाग-14




सोनिया कौन है?
अयोध्‍या प्रसाद त्रिपाठी
प्रस्‍तुति: डॉ0 संतोष राय

सोनिया का जन्म इटली के एक छोटे से गांव ओरबास्सानो (तुरीन कस्बे के पास, आल्प पहाड़ियों की तराई में) के एक कैथोलिक ईसाई स्टेफैनो माइनो नामक पिता के यहां हुआ था। पिता किसी जमाने में इटली के तानाशाह मुसोलिनी का समर्थक था। श्री अरविंद घोष बताते हैं कि सोनिया, जब एक नौकरानी के रूप में लंदन में काम करती थी तब उससे राजीव, जो कैंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ने गया था और तीन वर्ष में बिना एक भी डिग्री लिए बैरंग वापस आया, की मुलाकात हुई थी। ईसाई पिता इस विवाह के विरुद्ध था। विवाह तभी हुआ जब मुसलमान राजीव ने ईसाई धर्म स्वीकार किया और अपना नया नाम राजीव रोबोर्टो ब्रजेश गांधी  रखा। यह विदेशी एजेंट इस देश को बताती है कि वह भारतीय है। इस देश के नेता उसे भारतीय स्वीकार करते हैं। जब कि इस औरत ने न तो अपना धर्म बदला  और न अपनी बेटी का धर्म बदला। आज भी यह परिवार ईसाई है। यानी ईसा मसीह का धार्मिक व आर्थिक दास। गाड इसी ईसा मसीह का घरेलू नौकर है। इसी के आदेश पर तथाकथित गाड अपराधियों के अपराध क्षमा करता है, जो प्रकृति के विरुद्ध है। इससे अपराधियों को प्रोत्साहन मिलता है और धरती पर अराजकता फैलती है। आश्चर्य है कि जो व्यक्ति स्वयं को शूली पर लटकने से न बचा सका उसका ही गाड दास है तो इसका गाड कितना बड़ा होगा यह बताने की जरूरत नहीं है।
धर्म त्याग इस्लाम विरुद्ध है जिसके लिए मृत्युदंड है। फिर भी अब्दुल्ला बुखारी और सैयद शहाबुद्दीन चुप रहे. इसका भी कारण है। इस्लाम और ईसाई दोनों धर्मान्तरण के पक्षधर हैं। यानी वैदिक संस्कृति इनकी शत्रु है। ए लूट और आर्थिक व धार्मिक दासता के समर्थक भी हैं। शत्रु का शत्रु मित्र होता है। मुसलमान ईसाइयों के बिना मूल्य सैनिक भी हैं। कारण धर्मान्तरण, राष्‍ट्रांतरण, लूट, हत्या और बलात्कार जैसे भयानक अपराधों का पवित्र नाम जेहाद है। लूट और औरतों के लिए मुसलमान जेहाद करते हैं और अंत में षड़यंत्र करके उस लूट को औरतें देकर ईसाई हथिया लेते हैं। माउंटबेटन को क्या घटा था? फिर भी उसने अपने देश और जाति के लिए अपनी बीबी एडविना नेहरू को सौंप दिया और अपनी डायरी मे लिखा कि मुझे खुशी है कि नेहरू और एडविना के संबन्ध  सुधर चुके हैं। हमने आप की औकात बता दी है। उस कौम से जिसके माउंटबेटन जैसे सम्पन्न और संभ्रान्त व्यक्ति देश व धर्म के लिए अपनी बीबी एडविना नेहरू को सौंप सकते हैं के स्थान पर आप धर्म को ही अपमानित करते रहे हैं; तो आप जीवित ही कैसे बच सकते हैं? सोनिया ईसा की एजेंट है। झूठे और खतरनाक लुटेरे मजहब को सोनिया बचा न पाए यह सुनिश्चित करना आप का आपद्धर्म है।
जो लोग यह कहते हैं कि देश को आजादी मिली वे स्वयं को धोखा देते हैं। अंग्रेज एक धोखाधड़ी कर रहे हैं। आर्य जाति को समूल नष्ट करने की धोखाधड़ी। अपनी दुश्मनी साधने की प्रक्रिया में अंग्रेज एक तीर से कई शिकार कर रहे हैं। लूट,  हत्या, बलात्कार,  राष्‍ट्रांतरण और धर्मांतरण ही इस्लाम धर्म है। लूट ही मुसलमानों की जीविका का साधन है। दुनिया की  एकमात्र जीवित संस्कृति वैदिक संस्कृति, जो लूट और दासता विरोधी है, को मिटाने के लिए अंग्रेजों को एक पैसा ब्यय नहीं करना पड़ रहा है। इसके लिए इस्लाम धर्म में मुसलमानों की आस्था ही काफी है। आर्यों ने अंग्रेजी राज्य का विरोध किया था। अतः आर्यों को समूल नष्ट करना है। आर्य लूट और दासता के विरोधी भी हैं। आर्यों को समूल नष्ट करने के लिए इस्लाम से अच्छा मजहब ही कौन हो सकता है? इस प्रकार अंग्रेज, लूट व दासता विरोधी  एकमात्र जीवित वैदिक संस्कृति को समूल नष्ट करके, लूट और दासता का मार्ग भी प्रशस्त कर रहे हैं। वे कांटे से कांटा निकाल रहे हैं। अंत में भारत के महामूर्ख लोग सोनिया का रोमराज्य लाने के लिए तो वैसे ही ब्याकुल हैं। ‘‘सोनिया लाओ देश बचाओ’’ के पोस्टर तो गली गली कूचे कूचे उपलब्‍ध हैं ही।
सोनिया सत्ता में आने पर मुसलमानों को अधिक  सुविधाएं देने की भी बात कर रही है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 2930, मुस्लिम परसनल ला, जो मुसलमानों को गैर मुसलमानों को कत्ल करने, लूटने, द्दर्मांतरण, राष्‍ट्रांतरण  और काफिर महिलाओं के बलात्कार का मौलिक अधिकार  देते हैं। गैर मुसलमानों के लिए परिवार नियोजन और मुसलमानों के लिए 4 निकाह, मुसलमानों का आयात और चकमा शरणार्थियों का निर्यात, इन 52 वर्षों में आर्यों और उनकी वैदिक संस्कृति को मिटा नहीं पाए हैं। मुसलमान जो कहा करते थे कि हंस के लिया है पाकिस्तान लड़ के लेंगे हिंदुस्तान अब कहने लगे हैं कि अल्लाह हम शर्मिंदा हैं काफिर अभी तक जिंदा हैं। अतः अब मुसलमानों को अद्दिक सुविद्दाओं की अत्यद्दिक जरूरत है। अन्यथा आर्य जाति व वैदिक संस्कृति मिटेगी कैसे? लूट और दासता का अखंड साम्राज्य आएगा कैसे?
सोनिया ने भारतीय नागरिकता वर्षों तक स्वीकार नहीं की। राजीव की हत्या के बाद इस औरत के लिए भारत की नागरिकता लेना आवश्यक हो गया। इस प्रकार इसने विवश हो कर भारत की नागरिकता ली। इंदिरागांधी  राष्‍ट्रीय कला केंद्र, जनता के बहुमूल्य लगभग 23 एकड़ भूमि एवं जनता की सम्पत्ति से निर्मित है, उसकी यह औरत आजीवन अध्यक्ष कैसे बन गई? उसे 10 जनपथ में रहने का अद्दिकार और प्रियंका को बंगला मिलने का अधिकार कैसे है? राजीव गांद्दी फाउंडेशन की वह आजीवन मालकिन कैसे बन गई? ऐसा बताया जाता है कि देश विदेश में राजीव फाउंडेशन ने लगभग 500 कैथोलिक कानवेंट बनवाए हैं।
इतना ही नहीं! भारतीयों द्वारा दान दिए गए धन का सोनिया आर्यों को अपमानित करने के लिए प्रयोग करती है। राजीव फाउंडेशन के लिए दिए गए भाषण में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के डा. मुकर्रम अहमद को बुला कर उसने उससे भरी सभा में कहलवाया कि सीतादेवी एक वैश्या थीं। राजीव फाउंडेशन के धन का दुरुपयोग, अरब के पेट्रोडालर  की भांति, खुल्लमखुल्ला आर्यों को मिटाने के लिए किया जा रहा है। इसी देश के जयचंद और मानसिंह इसी चोरनी औरत को राष्‍ट्रमाता  बनाने पर तुले हुए हैं।
यह औरत सभी आर्यों को मूर्ख बना रही है। इटालियन बियांका को इसने प्रियंका घोषित किया हुआ है। ईसाई राबर्ट से इसी बियांका का विवाह कर इस विवाह को वैदिक विवाह बताती फिरती है। न लड़का हिंदू न लड़की हिंदू और विवाह हिंदू वैदिक रीति से! और इसी बियांका को भारत सरकार ने महल दे रखा है। किस अधिकार से? कोई पूछता ही नहीं। क्या देश व गैरमुसलमानों की हत्या कराने के लिए यह महल इनाम है?
यह ईसाई औरत आर्यों के प्रत्येक मंदिरों को दूषित कर रही है। वह भी ललाट पर सिंदूर लगा कर और कोई रोकता ही नहीं। जिस जवाहर ने देश के टुकड़े करवाए। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 31 द्वारा प्रदत्त आर्यों के संपत्ति के मौलिक अधिकार को प्रथम संविधान संशोधन द्वारा छीना। तिब्बत और अक्साई चीन चीन को सौंपा। नागरिकों की जमीनें छीनीं। देश का सोना लूटा और करोड़ों लोगों को उनकी अपनी ही माटी से उजड़वाया और कत्ल करवाया उस सूजाक के बीमारी से मरने वाले जवाहर को कांग्रेसी शाक्यमुनी कहते हैं। चाहते हैं कि आप भी वाह वाह कहें।
क्रमश:
मानव रक्षा संघ प्रकाशन
अनुवादकः अयोध्या प्रसाद त्रिपाठी
मूल लेखक: अरविंद घोष